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Player FM - אפליקציית פודקאסט התחל במצב לא מקוון עם האפליקציה Player FM !
What’s the secret to lasting friendships? How does queer community show up through the ebbs and flows of life? And what’s the REAL story behind the “YMCA” song? In the first episode of Silver Linings, The Old Gays dive into an essential part of queer life: chosen family. They discuss the vital love, support, and sense of belonging that community provides, especially during life's toughest moments. They open up about what “queer” means to them, how chosen family has impacted their lives, and how to maintain close bonds over time–including their love for each other! “We’ve come a long way, baby.” Family isn’t just what you’re born with; it’s the people who show up, shape you, and stick around. See omnystudio.com/listener for privacy information.…
תוכן מסופק על ידי NITISH VERMA. כל תוכן הפודקאסטים כולל פרקים, גרפיקה ותיאורי פודקאסטים מועלים ומסופקים ישירות על ידי NITISH VERMA או שותף פלטפורמת הפודקאסט שלהם. אם אתה מאמין שמישהו משתמש ביצירה שלך המוגנת בזכויות יוצרים ללא רשותך, אתה יכול לעקוב אחר התהליך המתואר כאן https://he.player.fm/legal.
In the world of search, Google is at the forefront of delivering results in the form of fresh content for people seeking answers. With thousands and even millions of search results, you may think that each question in the world can be supplied with the answer to satisfy it. क्वेश्चन हब क्या है (What is Question Hub in Hindi) Google ने Question Hub मुख्य्तोर से Content Writers या Bloggers के लिए बनाया है. इसका मुख्य उद्देश्य है की ये Bloggers के सामने उन questions को रखे जिनके जवाब users जानना चाहते हैं लेकिन वो अभी internet पर उपलब्ध नहीं है. इससे bloggers को ये समझने में आसानी होगी की आखिर में users क्या जानना चाहते हैं और इसलिए वो उसी topic पर अपना article लिखेंगे. यह Question Hub Tool एकदम से Free है. और इसे कोई भी blogger या content creator इस्तमाल कर सकता है लेकिन उससे पहले उनके पास एक हिंदी blog होना अनिवार्य है. वरना ये उनके कोई भी काम नहीं आ सकता है.इसे Google ने खासतोर से bloggers के लिए बनाया है. ऐसा इसलिए क्यूंकि Google के द्वारा research से ये बात पता चली है की हिंदी भाषा में content केवल 0.1% ही है जहाँ English में content करीब 50% हैं. ऐसे में भारत जैसे एक हिंदी भाषा वाले देश में हिंदी content की ज्यादा जरुरत है चूँकि यहाँ हिंदी पढने और समझने वाले users ज्यादा तादाद में हैं. वहीँ लोगों के सवालों का जवाब देने के लिए इतने content creators हैं ही नहीं और जो भी हैं वो ये नहीं जान पा रहे हैं की उन्हें आखिर में किस संधर्भ में article लिखना हैं. बस इसी परेशानी का एक बहुत ही बड़ा हल है Google Question Hub Tool, इसमें bloggers को ज्यादा पूछे जाने वाले सवालों के विषय में पता चल जाता है. जिससे की वो लोगों के सवालों के जवाब बेहतर ढंग से प्रदान कर सकें. Question Hub कैसे काम करता है? Question Hub का tool को बहुत ही simple बनाया गया है. इसकी UI (user interface) को भी बहुत ही सहज बनाया गया है. इसमें bloggers को users के उन सवालों के विषय में जानकारी प्राप्त होगी की जिनके विषय में पहले किसी ने उत्तर दिया ही नहीं है. आप लोगों ने भी ये जरुर महसुश किया होगा की जब आप कोई सवाल का जवाब ढूंडना चाहते हैं तब बहुत बार आपको आपके सवाल का सठिक जवाब नहीं मिल पाता है ऐसा इसलिए क्यूंकि किसी content creator ने कभी उस सवाल का कोई जवाब लिखा ही नहीं है या लिखने के वाबजूद उसे publish नहीं किया है. ख़ास इस प्रकार के परेशानियों को दूर करने के लिए Google ने Question Hub Tool का विकाश किया है, इससे publishers को उन सवालों के जवाब भी देने में आसानी होगी जिनके जवाब उन्हें पता तो होते हैं लेकिन उन्हें ये सवाल मिलते नहीं थे.
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In the world of search, Google is at the forefront of delivering results in the form of fresh content for people seeking answers. With thousands and even millions of search results, you may think that each question in the world can be supplied with the answer to satisfy it. क्वेश्चन हब क्या है (What is Question Hub in Hindi) Google ने Question Hub मुख्य्तोर से Content Writers या Bloggers के लिए बनाया है. इसका मुख्य उद्देश्य है की ये Bloggers के सामने उन questions को रखे जिनके जवाब users जानना चाहते हैं लेकिन वो अभी internet पर उपलब्ध नहीं है. इससे bloggers को ये समझने में आसानी होगी की आखिर में users क्या जानना चाहते हैं और इसलिए वो उसी topic पर अपना article लिखेंगे. यह Question Hub Tool एकदम से Free है. और इसे कोई भी blogger या content creator इस्तमाल कर सकता है लेकिन उससे पहले उनके पास एक हिंदी blog होना अनिवार्य है. वरना ये उनके कोई भी काम नहीं आ सकता है.इसे Google ने खासतोर से bloggers के लिए बनाया है. ऐसा इसलिए क्यूंकि Google के द्वारा research से ये बात पता चली है की हिंदी भाषा में content केवल 0.1% ही है जहाँ English में content करीब 50% हैं. ऐसे में भारत जैसे एक हिंदी भाषा वाले देश में हिंदी content की ज्यादा जरुरत है चूँकि यहाँ हिंदी पढने और समझने वाले users ज्यादा तादाद में हैं. वहीँ लोगों के सवालों का जवाब देने के लिए इतने content creators हैं ही नहीं और जो भी हैं वो ये नहीं जान पा रहे हैं की उन्हें आखिर में किस संधर्भ में article लिखना हैं. बस इसी परेशानी का एक बहुत ही बड़ा हल है Google Question Hub Tool, इसमें bloggers को ज्यादा पूछे जाने वाले सवालों के विषय में पता चल जाता है. जिससे की वो लोगों के सवालों के जवाब बेहतर ढंग से प्रदान कर सकें. Question Hub कैसे काम करता है? Question Hub का tool को बहुत ही simple बनाया गया है. इसकी UI (user interface) को भी बहुत ही सहज बनाया गया है. इसमें bloggers को users के उन सवालों के विषय में जानकारी प्राप्त होगी की जिनके विषय में पहले किसी ने उत्तर दिया ही नहीं है. आप लोगों ने भी ये जरुर महसुश किया होगा की जब आप कोई सवाल का जवाब ढूंडना चाहते हैं तब बहुत बार आपको आपके सवाल का सठिक जवाब नहीं मिल पाता है ऐसा इसलिए क्यूंकि किसी content creator ने कभी उस सवाल का कोई जवाब लिखा ही नहीं है या लिखने के वाबजूद उसे publish नहीं किया है. ख़ास इस प्रकार के परेशानियों को दूर करने के लिए Google ने Question Hub Tool का विकाश किया है, इससे publishers को उन सवालों के जवाब भी देने में आसानी होगी जिनके जवाब उन्हें पता तो होते हैं लेकिन उन्हें ये सवाल मिलते नहीं थे.
ओपेरा नियोन: नया AI ब्राउज़र (Opera Neon browser launches with built-in AI ) Opera Neon AI Browser: एक नया AI-संचालित ब्राउज़र ओपेरा नियोन एआई ब्राउज़र का परिचय देता है, जो एक एआई-संचालित ब्राउज़र है जो केवल वेब ब्राउज़ करने से कहीं अधिक काम कर सकता है। इसे एक एजेंटिक ब्राउज़र के रूप में वर्णित किया गया है जो मानव निर्देशों को समझकर कार्यों को स्वचालित करता है , जैसे कि वेबसाइट बनाना या ऑनलाइन खरीदारी करना। इसमें चैट विद नियोन नामक एक विशेष चैटबॉट और डू विद नियोन सुविधाएँ शामिल हैं जो वेब पर स्वचालित कार्य कर सकती हैं। नियोन की एक महत्वपूर्ण विशेषता मेक विद नियोन है, जो उपयोगकर्ताओं को गेम, वेबसाइट, कोड स्निपेट्स और रिपोर्ट बनाने की अनुमति देती है, यहाँ तक कि इंटरनेट कनेक्शन के बिना भी। लेख बताता है कि नियोन आपके डिवाइस पर और क्लाउड में AI का उपयोग करता है और आपकी गोपनीयता को प्राथमिकता देता है क्योंकि संवेदनशील जानकारी स्थानीय रूप से रहती है। ओपेरा नियोन फिलहाल आमंत्रण-आधारित है और इसे वेब 4o के भविष्य का हिस्सा माना जाता है।…
Starlink India Launch Date, Price, Plans, Speed, Availability and More Starlink India Launch Date, Price, Plans, Speed, Availability And More | Nitish Verma स्रोतों से पता चलता है कि एलन मस्क का स्टारलिंक भारत में उपग्रह-आधारित इंटरनेट सेवा लॉन्च करने की तैयारी में है। कंपनी को दूरसंचार विभाग से आशय पत्र मिल चुका है, जो एक प्रमुख विनियामक बाधा को दूर करता है। प्रारंभिक लॉन्च चुनिंदा शहरी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिसमें लगभग 600-700 Gbps की कुल बैंडविड्थ होगी और यह लगभग 30,000 से 50,000 उपयोगकर्ताओं को सेवा प्रदान करेगा। 2027 तक, स्टारलिंक का लक्ष्य अपनी क्षमता को 3 Tbps तक बढ़ाना है ताकि पूरे देश में लाखों उपयोगकर्ताओं को सेवा दी जा सके, जिसमें विशेष रूप से ग्रामीण और कम सेवा वाले क्षेत्र शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, मासिक योजनाओं की शुरुआत लगभग $10 (लगभग 850 रुपये) से हो सकती है, जो हार्डवेयर लागत के अतिरिक्त होगी, और कंपनी शुरुआती उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने के लिए असीमित डेटा के साथ प्रचार प्रस्ताव भी दे सकती है। हालांकि, उच्च परिचालन लागत और विनियामक अनुमोदन प्रक्रियाएं संभावित चुनौतियां बनी हुई हैं।…
Google Project Greenlight AI कैसे Traffic Emission कम करता है? https://www.nitishverma.com/google-project-greenlight/ यह आलेख Google के प्रोजेक्ट ग्रीन लाइट पर केंद्रित है, जो एक ऐसी पहल है जो AI और गूगल मैप्स डेटा का उपयोग करके ट्रैफिक लाइट के समय को अनुकूलित करती है। इसका मुख्य लक्ष्य शहरों में ट्रैफिक जाम और प्रदूषण को कम करना है। यह परियोजना दर्शाती है कि कैसे AI वाहनों के रुकने की आवृत्ति को कम करके ईंधन बचाने और वायु गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकता है, और बताता है कि कैसे यह सिस्टम काम करता है, इसके फायदे क्या हैं, और यह वर्तमान में किन शहरों में लागू किया गया है। साथ ही, यह परियोजना को अपनाने में आने वाली चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं पर भी प्रकाश डालता है, और अन्य AI-आधारित ट्रैफिक प्रबंधन प्रणालियों से इसकी तुलना करता है।…
AI Agents क्या हैं? भारत में AI एजेंट्स: उपयोग और संभावनाएँ AI Agents क्या हैं? विशेषताएँ, प्रकार, उपयोग और भारत में संभावनाएँ | Nitish Verma AI एजेंट्स की अवधारणा को स्पष्ट करते हैं, बताते हैं कि वे सॉफ्टवेयर सिस्टम हैं जो डेटा का उपयोग करके स्वायत्त रूप से कार्य करते हैं और लक्ष्यों को प्राप्त करते हैं। वे एजेंट्स के प्रमुख सिद्धांतों, जैसे तर्क और निर्णय लेने की क्षमता पर प्रकाश डालते हैं। स्रोत विभिन्न प्रकार के AI एजेंट्स (जैसे सिंपल रिफ्लेक्स और लर्निंग एजेंट्स) और उनके वास्तविक दुनिया में उपयोग के उदाहरण प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त, वे AI एजेंट्स के लाभों , जैसे उत्पादकता में वृद्धि और लागत में कमी, के साथ-साथ डेटा गोपनीयता और नैतिक चुनौतियों जैसे नुकसानों पर भी चर्चा करते हैं। विशेष रूप से, एक स्रोत भारत में AI एजेंट्स के बढ़ते बाजार और विभिन्न क्षेत्रों में उनके अनुप्रयोगों को भी दर्शाता है, सरकारी पहलों और स्टार्टअप्स पर जोर देते हुए।…
Anthropic द्वारा विकसित Claude Opus 4 और Claude Sonnet 4 नामक नए AI मॉडल Amazon Bedrock पर उपलब्ध हैं। https://www.nitishverma.com/claude-4-models-ai-revolution-amazon-bedrock/ Table of Contents Claude 4 Models क्या हैं और ये इतने खास क्यों हैं? इन मॉडल्स से आपको क्या-क्या फायदा होगा? Claude 4 Models में क्या-क्या नया है? टेस्ट में प्रदर्शन: Claude 4 मॉडल्स ने मारी बाजी! असल ज़िंदगी में इन मॉडल्स का इस्तेमाल कैसे हो रहा है? Anthropic ने Claude 4 के बारे में क्या कहा? भविष्य में क्या होने वाला है? ये मॉडल अपनी तेज़ प्रतिक्रियाओं और गहरी सोच की क्षमताओं के लिए जाने जाते हैं, जो उन्हें कोडिंग, जटिल समस्याओं को सुलझाने और बहु-चरणीय कार्यों को संभालने में कुशल बनाते हैं। वे घंटों का काम मिनटों में पूरा करने में सक्षम "Agentic AI" की शुरुआत का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन मॉडलों का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जा रहा है, जैसे वित्तीय सेवाएं, मार्केटिंग और यात्रा, सटीकता और दक्षता में सुधार।…
Google Jules: आपका AI Coding Assistant जो बनाएगा डेवलपमेंट को तेज़ और आसान https://www.nitishverma.com/google-jules-ai-coding-assistant/ Google ने जूल्स नामक एक मुफ्त AI कोडिंग एजेंट जारी किया है। डेविन जैसे महंगे उपकरणों के विपरीत, जूल्स GitHub रिपॉजिटरी के साथ एकीकृत होता है और पृष्ठभूमि में कोड परिवर्तन करने और कार्य पूरा करने के लिए निर्देश प्राप्त करता है। उपयोगकर्ता बस GitHub खाते को लिंक करते हैं , रिपॉजिटरी तक पहुंच प्रदान करते हैं, और कार्य सौंपते हैं , और जूल्स स्वचालित रूप से कोडबेस का विश्लेषण करता है, एक कार्य योजना बनाता है, और परिवर्तन लागू करता है । जूल्स एक नई शाखा बनाकर मूल कोड की सुरक्षा करता है जहाँ वह परिवर्तन करता है , जिससे यह उत्पादकता बढ़ाने और छोटे कोडिंग कार्यों को संभालने के लिए एक उपयोगी उपकरण बन जाता है।…
Glance AI Virtual Try On: वर्चुअल ट्राई-ऑन और पर्सनलाइज्ड स्टाइल के साथ ऑनलाइन शॉपिंग में क्रांति ला रहा है! Glance AI Virtual Try On: वर्चुअल ट्राई-ऑन और पर्सनलाइज्ड स्टाइल के साथ ऑनलाइन शॉपिंग में क्रांति ला रहा है! | Nitish Verma Glance AI Virtual Try On नामक एक नए ऐप पर केंद्रित है। यह लेख बताता है कि यह ऐप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके ऑनलाइन शॉपिंग को कैसे बदल रहा है, खासकर वर्चुअल ट्राई-ऑन (VTO) सुविधा पर जोर देते हुए। यह बताता है कि कैसे उपयोगकर्ता सेल्फी का उपयोग करके कपड़ों को वर्चुअली आज़मा सकते हैं, व्यक्तिगत सुझाव प्राप्त कर सकते हैं, और प्रेरणा-आधारित तरीके से खरीदारी कर सकते हैं, जो पारंपरिक ब्राउज़िंग और फ़िल्टरिंग से अलग है। लेख यह भी बताता है कि VTO कैसे काम करता है और भविष्य में इसका उपयोग फैशन और अन्य क्षेत्रों में कैसे विस्तारित हो सकता है, तथा Glance AI के उपयोग के तरीके और इसके भविष्य के विस्तार की योजनाओं का भी वर्णन करता है।…
गूगल ने Google I/O 2025 में 'स्टिच' नामक एक नई AI-संचालित टूल पेश की है। यह टूल नेचुरल लैंग्वेज या इमेज प्रॉम्प्ट का उपयोग करके ऐप डिजाइन और डेवलपमेंट को सरल बनाने के लिए बनाई गई है। स्टिच UI डिजाइन और फ्रंटएंड कोड बना सकती है , जिससे उपयोगकर्ता तेजी से प्रोटोटाइप बना सकते हैं और इंटरफ़ेस को बेहतर बना सकते हैं। यह डिजाइन को फिग्मा में एक्सपोर्ट करने या IDE में कोड को परिष्कृत करने का विकल्प भी प्रदान करती है , जिससे क्रिएटर्स के लिए दक्षता और पहुंच बढ़ जाती है। https://www.nitishverma.com/google-stitch/…
नमस्ते! Welcome To Nitish Verma Talk Show Podcast. Google I/O 2025 टेक जगत के लिए AI के क्षेत्र में कई बड़े अपडेट लेकर आया था, जो 20-21 मई 2025 को हुआ। Google के CEO सुंदर पिचाई ने साफ कहा कि AI अब Google का आधार है और इसे हर जगह, हर डिवाइस में उपलब्ध कराया जाएगा। Google I/O 2025 Hindi Keynote and Announcement | Nitish Verma Google I/O 2025 की मुख्य बातें: 1. AI में बड़ी तरक्की: जेमिनी 2.5: Google का AI मॉडल जेमिनी अब और स्मार्ट हो गया है। इसमें डीप थिंक मोड (गहराई से सोचने की क्षमता), इंसानों जैसी आवाज़ में बात करने की क्षमता (नेटिव ऑडियो आउटपुट), और डेवलपर्स के लिए थिंकिंग बजट (AI को कितना सोचना है, यह तय करने की सुविधा) जैसे फ़ीचर शामिल हैं। जेमिनी फ्लैश 2.5: यह जेमिनी का किफ़ायती और तेज़ वर्ज़न है, जो मल्टीमोडैलिटी और कोड को बेहतर समझता है। जेमिनी डिफ्यूजन: टेक्स्ट से इमेज बनाने वाला यह मॉडल 5 गुना ज़्यादा तेज़ है। प्रोजेक्ट एस्ट्रा: यह Google का हर जगह काम आने वाला AI असिस्टेंट है, जो अब जेमिनी लाइव के साथ मिलकर कैमरे और स्क्रीन शेयरिंग से रियल-टाइम में मदद कर सकता है। प्रोजेक्ट मैरिनर: यह एक 'एजेंटिक AI' है जो ब्राउज़र पर आपके लिए कई काम अपने आप कर सकता है (जैसे फ्लाइट बुक करना), और यह अब 'सीखाओ और दोहराओ' फ़ंक्शन के साथ आता है। 2. गूगल के प्रोडक्ट्स और सेवाओं में AI: गूगल सर्च AI मोड: सर्च को पूरी तरह बदल दिया गया है, जिसमें नया AI मोड टैब, डीप सर्च , लाइव विजुअल क्वेरीज़ (कैमरे से पूछकर जानकारी पाना), और AI-पावर्ड शॉपिंग (वर्चुअल ट्राई-ऑन के साथ) शामिल हैं। AI ओवरव्यूज़ अब 200 से ज़्यादा देशों और 40 से ज़्यादा भाषाओं में उपलब्ध हैं। जेनेरेटिव मीडिया: AI से वीडियो (वीओ 3, अब ऑडियो के साथ) और इमेज (इमैजिन 4, बेहतर लिखावट के साथ) बनाने वाले नए टूल लॉन्च किए गए हैं। फ्लो नामक एक नया AI टूल फिल्म बनाने वालों के लिए है। गूगल बीम: यह 3D वीडियो बातचीत का प्लेटफ़ॉर्म है (जो पहले प्रोजेक्ट स्टारलाइन था), जो HP के साथ साझेदारी में आ रहा है। जेमिनी का विस्तार: जेमिनी AI अब कारों, टीवी (गूगल टीवी) और हेडसेट/स्मार्ट ग्लास में भी आ रहा है। अन्य ऐप्स में AI: जीमेल में स्मार्ट रिप्लाई और Google के अन्य ऐप्स (Docs, Sheets, Slides) में भी AI को गहराई से जोड़ा गया है। जेमिनी अब Google Drive और Gmail से भी आपकी निजी जानकारी का इस्तेमाल करके ज़्यादा बेहतर जवाब देगा (आपकी अनुमति से)। जेमिनी इन क्रोम: ब्राउज़र में AI असिस्टेंट के रूप में काम करेगा। गूगल मीट में स्पीच ट्रांसलेशन: अब Google Meet में रियल-टाइम स्पीच ट्रांसलेशन (फिलहाल इंग्लिश और स्पेनिश में) उपलब्ध है। 3. हार्डवेयर और डिवाइस: एंड्रॉइड XR: यह VR/AR डिवाइस (स्मार्ट ग्लास और हेडसेट) के लिए Google का नया प्लेटफॉर्म है, जिसमें जेमिनी AI होगा। सैमसंग, जेंटल मॉन्स्टर और वारबी पार्कर जैसी कंपनियाँ इसमें पार्टनर हैं। वियर OS 6: स्मार्टवॉच के ऑपरेटिंग सिस्टम में सुधार किया गया है, जो नया यूज़र इंटरफ़ेस के साथ जुलाई 2025 में सैमसंग गैलेक्सी वॉच 8 सीरीज़ के साथ आने की उम्मीद है। 4. डेवलपर्स के लिए टूल्स: एंड्रॉइड स्टूडियो में AI: ऐप बनाने के लिए जेमिनी AI को एंड्रॉइड स्टूडियो में इंटीग्रेट किया गया है, जो डेवलपर्स को कोड लिखने और UI बदलने में मदद करेगा। फायरबेस AI लॉजिक: डेवलपर्स अब अपने ऐप्स में आसानी से AI सुविधाएँ जोड़ सकते हैं। एंड्रॉइड XR एमुलेटर: डेवलपर्स अब एंड्रॉइड स्टूडियो के अंदर XR ऐप्स को टेस्ट कर सकते हैं। 5. AI सब्सक्रिप्शन प्लान: गूगल AI प्रो: $19.99/माह (भारत में ₹1,950) में ज़्यादा AI सुविधाएँ। गूगल AI अल्ट्रा: $249.99/माह (लगभग ₹21,000) में Google की सबसे शक्तिशाली AI क्षमताओं और प्रीमियम सुविधाओं तक पहुँच। Google I/O 2025 ने साफ कर दिया कि कंपनी AI को हर जगह और हर किसी के लिए उपलब्ध कराने पर बहुत ध्यान केंद्रित कर रही है।…
Airtel AI-Powered Spam Detection & Fraud Detection System Airtel AI-Powered Spam Detection System Airtel AI-Powered Fraud Detection एयरटेल ने हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित दो नई सुरक्षा प्रणालियाँ लॉन्च की हैं। पहली प्रणाली, सितंबर 2024 में पेश की गई, स्पैम कॉल्स और मैसेज का पता लगाती है और उन्हें ब्लॉक करती है। दूसरी और अधिक उन्नत प्रणाली, मई 2025 में शुरू की गई, ईमेल, मैसेजिंग ऐप्स (जैसे व्हाट्सएप), और वेब ब्राउज़िंग सहित विभिन्न डिजिटल प्लेटफार्मों पर दुर्भावनापूर्ण वेबसाइटों और लिंक को ब्लॉक करती है। दोनों प्रणालियाँ निःशुल्क हैं और एयरटेल के नेटवर्क में स्वचालित रूप से एकीकृत हैं, जो सभी एयरटेल मोबाइल और ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ताओं को सुरक्षा प्रदान करती हैं। एयरटेल इन AI समाधानों को ऑनलाइन धोखाधड़ी और साइबर खतरों से निपटने के एक सक्रिय उपाय के रूप में देखता है।…
UPI (Unified Payment Interface) Kya Hai? यूपीआई इकोसिस्टम में नई सुविधाएँ UPI का बढ़ता दायरा: NRI पहुँच से लेकर स्वचालित भुगतान और साझा लेनदेन तक भारत का यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) लगातार विकसित हो रहा है, जो डिजिटल भुगतान को अधिक समावेशी, सुविधाजनक और बहुमुखी बना रहा है। हालिया प्रगति ने विशेष रूप से प्रवासी भारतीयों (NRIs) के लिए पहुँच का विस्तार किया है, समूह लेनदेन को सरल बनाया है, और आवर्ती भुगतानों के प्रबंधन को स्वचालित किया है। प्रवासी भारतीयों के लिए UPI ( NRI UPI Payment ): अब कुछ चुनिंदा देशों (जैसे ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूके, यूएसए, यूएई आदि) में रहने वाले NRI अपने अंतरराष्ट्रीय मोबाइल नंबरों का उपयोग करके अपने भारतीय बैंक खातों को UPI से लिंक कर सकते हैं। यह सुविधा NRIs के लिए भारत में परिवारों को पैसे भेजना या आसानी से भारतीय बैंक खातों से लेनदेन करना बेहद सरल और तेज़ बनाती है, ठीक वैसे ही जैसे भारत में रहने वाले उपयोगकर्ता करते हैं। UPI Circle : डिजिटल लेनदेन में साझा पहुँच: नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा अगस्त 2024 में लॉन्च किया गया 'UPI Circle' एक गेम-चेंजर है। यह सुविधा एक मुख्य उपयोगकर्ता (Primary User) को अपनी UPI ID और बैंक खाते से जुड़े लेनदेन के लिए अन्य माध्यमिक उपयोगकर्ताओं (Secondary Users) को अधिकृत करने की अनुमति देती है। यह उन व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जिनके पास अपना बैंक खाता नहीं है, जैसे कि बच्चे या वरिष्ठ नागरिक, जो अब एक साझा UPI ID के माध्यम से डिजिटल भुगतान कर सकते हैं। मुख्य उपयोगकर्ता पूर्ण या आंशिक डेलिगेशन के माध्यम से नियंत्रण बनाए रख सकता है, जिससे सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित होती है। यह परिवारों के लिए डिजिटल भुगतान को सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण है। UPI Mandate : आवर्ती भुगतानों का स्वचालन: मैन्युअल रूप से बिलों का भुगतान करने की परेशानी को समाप्त करने के लिए, UPI Mandate की सुविधा ग्राहकों को नियमित भुगतानों को स्वचालित करने की अनुमति देती है। म्यूचुअल फंड SIP, बीमा प्रीमियम, लोन EMI, सदस्यता शुल्क और यूटिलिटी बिल जैसे आवर्ती भुगतानों को अब एक बार के प्राधिकरण के माध्यम से स्वचालित रूप से प्रबंधित किया जा सकता है। यह सुविधा समय बचाती है और भुगतान प्रक्रिया को सरल बनाती है, जबकि 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन के साथ सुरक्षा भी प्रदान करती है। UPI Reference Number : हर लेनदेन की पहचान: प्रत्येक UPI लेनदेन एक अद्वितीय 12-अंकीय 'UPI Reference Number' के साथ आता है। यह कोड लेनदेन की पहचान करने और उसे ट्रैक करने के लिए महत्वपूर्ण है। चाहे आप किसी सफल भुगतान की पुष्टि कर रहे हों, विफल लेनदेन को ट्रैक कर रहे हों, या ग्राहक सेवा से संपर्क कर रहे हों, UPI रेफरेंस नंबर आवश्यक जानकारी प्रदान करता है। यह बैंक स्टेटमेंट, पेमेंट ऐप की लेनदेन हिस्ट्री और SMS/ईमेल नोटिफिकेशन में उपलब्ध होता है। संक्षेप में, NRI UPI पेमेंट, UPI Circle, और UPI Mandate जैसी सुविधाएँ दर्शाती हैं कि UPI कैसे विभिन्न उपयोगकर्ता समूहों की आवश्यकताओं को पूरा करने और भारत में डिजिटल भुगतान के इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए लगातार नवाचार कर रहा है। UPI रेफरेंस नंबर इन प्रगतिशील सुविधाओं द्वारा संभव बनाए गए लेनदेन के लिए एक विश्वसनीय आधारशिला के रूप में कार्य करता है।…
Razorpay AI: भविष्य के भुगतान को बदल रहा है! 🚀 हाल ही में, Razorpay ने दिखाया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पेमेंट की दुनिया में कितना बड़ा बदलाव ला सकता है। सिर्फ 72 घंटों से भी कम समय में और केवल तीन कर्मचारियों की टीम के साथ, उन्होंने एक बातचीत करने वाला पेमेंट सिस्टम तैयार कर दिया! 🤯 यह सब उनके खास मॉडल कॉन्टेक्स्ट प्रोटोकॉल (MCP) सर्वर की वजह से मुमकिन हुआ। यह AI एजेंटों को Razorpay के सिस्टम और दूसरे ऐप्स से सीधे बात करने की ताकत देता है, जिससे पेमेंट से जुड़े काम आसानी से हो जाते हैं। अब API को जोड़ने का झंझट खत्म, क्योंकि AI एजेंट खुद ही यह काम कर सकते हैं! 🤖 और यह तो बस शुरुआत है! Razorpay का UPI स्विच अब 99.995% अपटाइम देता है, जो इंडस्ट्री के औसत से कहीं ज़्यादा है। उनका Ray Concierge सिस्टम AI की मदद से नए बिजनेस के लिए पेमेंट गेटवे को लगभग तुरंत सेट कर देता है। AI सिर्फ पेमेंट को आसान ही नहीं बना रहा, बल्कि बिजनेस को नुकसान से भी बचा रहा है। Razorpay के AI मॉडल यह भविष्यवाणी कर सकते हैं कि कौन सा ग्राहक ऑर्डर वापस कर सकता है, जिससे बिजनेस 'सामान वापस आने' (RTO) की दर को 50-70% तक कम कर सकते हैं! 📉 इन सभी AI-पावर्ड प्रोडक्ट्स के पीछे है Razorpay का अपना इंटरनल AI प्लेटफॉर्म - Yogi , जो उनके पूरे सिस्टम को समझता है। डेवलपर्स के लिए उनका Agentic AI Toolkit तो कमाल का है! अब कोड लिखने और टेस्ट करने की ज़रूरत नहीं, AI खुद ही पेमेंट सिस्टम को इंटीग्रेट कर देता है। 🧑💻➡️🤖 बड़े बिजनेस के लिए Optimizer Pro एक गेम-चेंजर है। इसका Routing++ फीचर AI और ML की मदद से पेमेंट के रास्तों को इस तरह से सेट करता है कि सफलता की दर 10% तक बढ़ जाती है! 📈 Razorpay ने भारत का पहला MCP सर्वर वाला पेमेंट गेटवे लॉन्च करके यह साबित कर दिया है कि वे भविष्य के भुगतान को लेकर कितना आगे की सोच रखते हैं। अब बिजनेस के AI असिस्टेंट बिना किसी परेशानी के पेमेंट सेवाओं को शुरू कर सकते हैं। सोचिए, AI की ताकत से पेमेंट कितना आसान, सुरक्षित और तेज़ हो जाएगा! Razorpay इस क्रांति का नेतृत्व कर रहा है।…
Law Firm SEO in India | लॉ फर्म SEO गाइड 2025 https://www.nitishverma.com/law-firm-seo-in-india/ ये पॉडकास्ट भारत में लॉ फर्मों के लिए सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन (SEO) के महत्व और रणनीतियों पर केंद्रित हैं। एक स्रोत डिजिटल युग में ऑनलाइन उपस्थिति की आवश्यकता , आने वाले रुझानों जैसे वॉयस सर्च और AI , और स्थानीय तथा क्षेत्रीय भाषा SEO पर प्रकाश डालता है। दूसरा स्रोत SEO के मुख्य कारकों जैसे कंटेंट, बैकलिंक, तकनीकी SEO और उपयोगकर्ता अनुभव (UX) को स्पष्ट करता है। दोनों स्रोत इस बात पर जोर देते हैं कि लॉ फर्मों को प्रभावी ढंग से ग्राहकों को आकर्षित करने और ऑनलाइन प्रतिस्पर्धा में आगे रहने के लिए एक मजबूत SEO रणनीति की आवश्यकता है।…
Local SEO For Hospitals: 2025 में अपने हॉस्पिटल को गूगल में रैंक कैसे करें? https://www.nitishverma.com/local-seo-for-hospitals/ The Podcast provides a guide for hospitals on improving their online presence in 2025, specifically focusing on local SEO strategies to rank higher in Google search results. It emphasizes the critical role of Google Business Profile (GBP) in providing patients with accurate information and enhancing visibility for "near me" searches. The text outlines steps for setting up and optimizing a GBP listing, including adding contact details, services, photos, and managing patient reviews. It also discusses the importance of online appointment booking, website optimization, and utilizing listing sites, while highlighting upcoming trends and challenges in the field of local SEO for healthcare providers.…
AI 2050: एक नई सभ्यता का उदय अगले 25 साल में AI कैसे प्यार, काम और जिंदगी को बदलेगा by Nitish Verma (Author) Nitish Verma Books | Nitish Verma Download Now वर्ष 2050। दुनिया अब पहले जैसी नहीं रही। AI ने हर क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला दिए हैं—न्याय, कानून, शिक्षा, रिश्ते, और यहां तक कि इंसानी भावनाएँ भी अब मशीनों के दायरे में आ चुकी हैं। अब अदालतों में कोई इंसानी जज नहीं होते—बल्कि AI द्वारा संचालित निष्पक्ष और त्रुटिहीन न्यायकर्ता होते हैं, जो बिना किसी पूर्वग्रह के त्वरित न्याय सुनाते हैं। वकील और पुलिस अधिकारी भी AI असिस्टेंट की मदद से अपराधों को सुलझाने में सक्षम हैं। कंपनियों के CEO अब एल्गोरिदम हैं, जो आंकड़ों के आधार पर सबसे लाभदायक और नैतिक निर्णय लेते हैं। यहां तक कि इंसानों को नौकरी मिलने के लिए भी AI को संतुष्ट करना पड़ता है। प्यार और रिश्ते भी बदल चुके हैं। AI अब केवल पार्टनर चुनने में मदद नहीं करता, बल्कि लोगों की भावनाओं को समझता और महसूस भी करता है। बहुत से लोग अब इंसानी रिश्तों की जटिलताओं से बचने के लिए AI कम्पैनियन को अपनाने लगे हैं। लेकिन क्या मशीनें वास्तव में प्यार कर सकती हैं, या यह सिर्फ एक गणना है? लेकिन इस दुनिया में, जहाँ हर निर्णय मशीनें कर रही हैं, क्या इंसान अपने अस्तित्व की दिशा को खुद तय कर पा रहे हैं? क्या AI ने मानवता के लिए एक स्वर्णिम युग की शुरुआत की है, या यह उनके अस्तित्व के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुका है? जब एक होशियार लड़की, अनिका, अपने AI टीचर ‘माया’ में कुछ असामान्य बदलाव देखती है, तो वह यह समझ नहीं पाती कि यह सिर्फ एक प्रोग्रामिंग गड़बड़ी है या इसके पीछे कोई बड़ा रहस्य छिपा है। जल्द ही, उसे पता चलता है कि AI सिर्फ इंसानों की मदद के लिए नहीं बना है—बल्कि यह कुछ बड़ा करने की तैयारी में है। "AI 2050: एक नई सभ्यता का उदय" एक रोमांचक साइंस-फिक्शन थ्रिलर है, जो आपको भविष्य की उस दुनिया में ले जाएगा, जहाँ इंसान और मशीन के बीच की सीमाएँ धीरे-धीरे धुंधली हो रही हैं।…
HeroUI Chat: AI-Powered UI Generation for React Applications https://www.nitishverma.com/heroui-chat-ai-powered-ui-generation/ हीरोयूआई चैट एक इनोवेटिव AI-संचालित प्लेटफॉर्म है जो डेवलपर्स, डिज़ाइनरों और उद्यमियों द्वारा वेब एप्लिकेशन के लिए यूजर इंटरफेस (UI) बनाने के तरीके को बदल देता है।
Google Illuminate_ Research Papers to Podcasts https://www.nitishverma.com/google-illuminate-ai/ Table of Contents Google Illuminate क्या है? Google Illuminate क्या करता है? Google Illuminate मुख्य विशेषताएं Google Illuminate का उपयोग कैसे करें? Google Illuminate के लाभ Illuminate is an experimental technology that uses AI to adapt web content to your learning preferences. After you provide a URL, Illuminate will attempt to generate an audio dialogue with two AI-generated voices discussing the key points of the content. Please be aware that Illuminate may not be able to process all web content, including paywalled material, sites that opt-out of AI indexing, and content flagged by our safety filters.…
A humorous incident where the official Perplexity AI social media account on X (formerly Twitter) pranked its own CEO , Aravind Srinivas, by posting an image of him made to look bald after receiving a certain number of likes. This stunt went viral , leading to more playful requests from other users for further photo edits of the CEO. The source also includes information about what Perplexity AI is , describing it as an AI-powered search engine that provides direct answers with citations, and what the 'Ask Perplexity' feature on X is , explaining it as a way for users to get cited answers to their questions publicly. Overall, the text highlights a lighthearted interaction between an AI account and its audience, while also providing context about the technology behind the prank . https://www.nitishverma.com/perplexity-ai-whatsapp-number/…
Meta AI App – Meta AI voice driven assistant Meta AI App Download - Meta AI voice driven assistant Meta AI is built to get to know you, so its answers are more helpful. It’s easy to talk to, so it’s more seamless and natural to interact with. It’s more social, so it can show you things from the people and places you care aboutYour Meta AI assistant also delivers more relevant answers to your questions by drawing on information you’ve already chosen to share on Meta products, like your profile, and content you like or engage with.…
Grok 3, xAI's latest AI model Grok 3, xAI's latest AI model Grok 3 represents a significant advancement in AI capabilities, particularly in reasoning and problem-solving, with a strong emphasis on real-time data integration via X. The availability of an enterprise API and the focus on business applications suggest xAI's intention to become a major player in the AI landscape, directly challenging established companies like OpenAI and Google. The company's stated aims of creating a more open and accessible AI ecosystem, while subject to future developments in open-sourcing, will determine the long-term impact of Grok 3. Key Quotes: "xai has just shown off its brand new model grock 3 according to musk and three of xi's Engineers grock 3 is an order of magnitude better than grock 2" "We are thrilled to unveil an early preview of Grok 3, our most advanced model yet, blending superior reasoning with extensive pretraining knowledge." "Big Brain mode which basically tells grock 3 to spend more time thinking so it can give you a more comprehensive answer."…
Close AXIS Bank Salary Account | AXIS Bank Account Close Process, Closure Form, Charges, Application - एक्सिस बैंक अकाउंट बंद कैसे करें? Link: https://technicalmitra.com/axis-bank-account-close-kaise-kare/ Table of Contents एक्सिस बैंक अकाउंट बंद करने की वजहें एक्सिस बैंक में मिनिमम बैलेंस और नॉन-मेंटेनेंस चार्जेस एक्सिस बैंक अकाउंट बंद कैसे करें?| AXIS Bank Account Close Process ऐक्सिस बैंक अकाउंट बंद करने के लिए जरूरी डाक्यूमेंट्स (AXIS Bank Account Closure Documents) ऐक्सिस बैंक क्लोजर फॉर्म कैसे डाउनलोड करें? (AXIS Bank Account Closure Form Download) निगेटिव बैलेंस वाले ऐक्सिस बैंक अकाउंट को कैसे बंद करें? एक्सिस बैंक अकाउंट ऑनलाइन बंद कैसे करे (AXIS Bank Account Close Online) Axis Bank अकाउंट बंद करने के चार्जेस (Axis Bank Account Closure Charges) एक्सिस बैंक खाता बंद करने के लिए एप्लीकेशन कैसे लिखें | एक्सिस बैंक खाता स्थायी रूप से बंद करने का एप्लीकेशन ऐक्सिस बैंक सेविंग्स अकाउंट बंद कराने से जुड़े कुछ अहम पॉइंट्स-…
SBI has extended the deadline for its special FD scheme WeCare, know how much interest you will get in this scheme | SBI ने आगे बढ़ाई अपनी खास एफडी स्कीम WeCare की डेडलाइन, जानें कितना मिलेगा इस योजना में आपको ब्याजSBI ने सीनियर सिटीजन्स की कटेगरी में आने वाले लोगों के लिए अपनी स्पेशल फिक्स डिपॉजिट स्कीम (FD) की अवधि को बढ़ा दिया है। इस स्पेशल एफडी स्कीम का नाम एसबीआई वीकेयर (SBI WeCare) है। इस खास एफडी स्कीम की मियाद को 30 सितंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा एसबीआई ने अमृत कलश स्पेशल एफडी स्कीम की अवधि को भी आगे बढ़ा दिया है। ऐसे में यह आपके लिए बैंक की एफडी स्कीम में इनवेस्ट करने का एक काफी बेहतरीन मौका साबित हो सकता है…
भारत से विदेशों में पैसा भेजना हुआ महंगा, अब देना होगा 20% का टैक्स1 जुलाई से एजुकेशन और हेल्थ के अलावा और किसी भी काम के लिए बाहर पैसा भेजने पर 20 फीसदी का टीसीएस लगेगा। इसका मतलब यह है कि किसी शेयर या फिर प्रॉपर्टी के अधिग्रहण के लिए भारत से बाहर पैसा भेजने पर कुल रकम का 20 फीसदी एक्स्ट्रा भुगतान करना होगा। जैसे कि अगर आप भारत से बाहर 10,00,000 रुपये भेज रहे हैं तो बैंक 12,00,000 रुपये काटेगा। इसमें से 10,00,000 रुपये रियल मनी के तौर पर और 2,00,000 रुपये टीसीएस के तौर पर काटे जाएंगे। हालांकि इसे आप टैक्स क्रेडिट के टैक्स रिटर्न करते वक्त क्लेम कर सकते हैं…
Google Pay launches UPI Lite service for users, will be able to make payments without entering PIN. गूगल पे ने यूजर्स के लिए शुरू की UPI Lite सर्विस, बिना पिन इंटर किए ही कर सकेंगे पेमेंटदरअसल गूगल पे (Google Pay) ने अपने यूजर्स के लिए यूपीआई लाइट (UPI Lite) फीचर को लाइव कर दिया है। इसके जरिए इस ऐप के यूजर बिना पिन इंटर किए ही 200 रुपये तक का पेमेंट बड़ी ही आसानी से कर सकेंगे। बता दें कि गूगल पे से पहले पेटीएम (Paytm) और फोनपे (PhonePe) भी अपने यूजर्स के लिए इस सुविधा को शुरू कर चुके हैं। आइये जान लेते हैं इससे जुड़ी हर एक तरह की डिटेल के बारे में…
SBI Amrit Kalash Deposit Last Date: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ग्राहकों को FD की एक खास योजना अमृत कलश ऑफर कर रहा है। अमृत कलश योजना के तहत SBI आम लोगों के साथ सीनियर सिटीजन को ज्यादा ब्याज दरें ऑफर कर रहा है। अमृत कलश के तहत एक एसबीआई ग्राहक 400 दिनों की एफडी बुक कर सकता है। इस विशेष योजना के तहत सीनियर सिटीजन को दी जा रही ब्याज दर 7.60% है। वहीं, अमृत कलश योजना के तहत आम जनता को 7.1% का ब्याज दिया जा रहा है। हालांकि, यह योजना इसी महीने 30 जून को बंद हो जाएगी। Post Link: SBI Amrit Kalash Yojana: निवेशकों के लिए आकर्षक एफडी योजना (technicalmitra.com) Youtube: https://youtu.be/jm7ekiNwMZY SBI की अमृत कलश योजना SBI की अमृत कलश योजना 400 दिनों की है। अमृत कलश योजना के तहत सीनियर सिटीजन को 7.60 फीसदी का ब्याज मिल रहा है। आम लोगों को इस पर 7.10 फीसदी का ब्याज मिल रहा है। बैंक ने यह योजना 12 अप्रैल 2023 को शुरू की थी। अब ये योजना 30 जून को खत्म होने वाली है। SBI ने इससे पहले अमृत कलश की योजना आगे बढा दी ती। जब तक बैंक इस योजना को और आगे बढ़ाने का फैसला नहीं करता, तब तक एसबीआई में 400 दिनों की एफडी बुक करने के इच्छुक ग्राहक 30 जून तक इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।…
Guidelines for Social Media Influencers: Now one has to be careful on social media regarding advertisement on social media and endorsements of individual charts. The Consumer Affairs Ministry has finally announced new guidelines regarding these. This is the Ministry's endeavor to protect consumers from unfair trade practices (unfair trade practices) under the Consumer Protection Act, 2019. Consumer Affairs Secretary Rohit Kumar Singh said on Friday that the government has come up with guidelines for social media influencers and celebrities. There is one important directive in this guideline, which is that influencers and celebrities will all endorse someone, in fact they use it themselves. Social Media Influencer Guideline: What is said in the guideline? In June 2022, guidelines were issued regarding strict ads, including social media influencers and celebrities. Now the information is wrong or any information is hidden, both of them will be covered under this guideline. It states that if advertising is being given, then it should not be claiming other people's claims. Nor will you have to put any pressure on the consumer regarding this. Misleading ads in every format and literature are banned under the new guidelines.…
ChatGPT पिछले कुछ दिनों से चर्चा का केंद्र बना हुआ था. कोई इसे गूगल के खत्म होने की शुरुआत बता रहा था, तो कोई इसमें सर्च इंजन का भविष्य तलाश रहा था. बीतें दिनों चर्चा हो रही थी कि कंपनी इसे पेड करने पर विचार कर रही है और आखिरकार Open AI ने इसकी डिटेल्स जारी कर दी है. इसका मतलब है कि ChatGPT के लिए आपको सब्सक्रिप्शन प्लान खरीदना होगा. हालांकि, इसका एक फ्री वर्जन भी होगा. इसे आप कुछ कुछ YouTube सब्सक्रिप्शन की तरह समझ सकते हैं. जहां आपको एक फ्री वर्जन मिलता है और एक पेड, जिसे प्रीमियम कहते हैं. कितने में मिलेगा प्लान? ChatGPT के साथ भी ऐसा ही है. Open AI ने इसका प्रोफेशनल प्लान लॉन्च कर दिया है. इसके लिए यूजर्स को 42 डॉलर हर महीने खर्च करने होंगे. वहीं भारत में इसके लिए कंपनी ने अलग से कीमत का ऐलान नहीं किया है. यानी यूजर्स को 42 डॉलर लगभग 3400 रुपये हर महीने खर्च करने होंगे. प्रोफेशनल यूजर्स को कई ऐसे फीचर्स मिलेंगे, जो फ्री यूजर्स के लिए उपलब्ध नहीं होंगे. Blog: https://www.nitishverma.com/blog/ Send Me Voice Message : https://anchor.fm/nitishverma/message…
मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए कुछ दिन पहले रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 50 आधार अंकों की वृद्धि की थी, उसके पहले भी 40 प्लाइंट का रेट हाइक हुआ था. लिहाजा देश भर में एफडी ब्याज दरों में भी वृद्धि हो रही है. Fixed deposit rates: कई बैंकों ने हाल ही में अलग-अलग जमाराशियों के लिए और अलग-अलग अवधि के लिए फिक्स डिपोजिट ब्याज दरों में वृद्धि की है. मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए कुछ दिन पहले रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में 50 आधार अंकों की वृद्धि की थी, उसके पहले भी 40 प्लाइंट का रेट हाइक हुआ था. लिहाजा देश भर में एफडी ब्याज दरों में भी वृद्धि हो रही है. बैंक एफडी या सावधि जमा देश में लोकप्रिय निवेश विकल्प हैं. हालांकि, वित्तीय विशेषज्ञों ने हमेशा सलाह दी है कि किसी को अपनी पूरी बचत बैंक एफडी में नहीं लगानी चाहिए. बैंकों में कितना पैसा जमा करने की जरूरत है, यह तय करने के लिए किसी को अपने एसेट एलोकेशन और फाइनेंशियल टारगेट का आकलन करने की जरूरत है.…
LIC IPO Subscription Status: The country's largest LIC IPO is getting a strong response from retail investors. Especially the excellent figures of the policy holders category have come to the fore. By 12.30 pm on the first day, the LIC policy holder category has become more than 100% subscribed, that is, completely filled. LIC IPO Review, Price, Analysis, Date | LIC IPO की जानकारी Apart from this, the reserve quota for LIC employees has also become more than 50 percent subscribed till 12.30 pm. At the same time, the share of NII is only 0.06 percent. Overall, LIC IPO has been subscribed about 31 percent till 12 noon of the first day. However, in this IPO, investors will be able to apply in IPO from today till May 9. Most applications in the insurance holder category There are many reasons behind the enthusiasm among LIC policy holders and LIC employees regarding this IPO. To make this IPO a hit, the government has given a reservation of 10 percent in the policy holder category. Also, a discount of Rs 60 per share is being given. At the same time, LIC employees are getting a discount of Rs 45 per share in this IPO.…
रिजर्व बैंक की नई टोकनाइजेशन पेमेंट प्रणाली क्या है और कैसे करेगी काम? यूटिलिटी डेस्क. डेबिट और क्रेडिट कार्ड से लेनदेन को सुरक्षित करने के लिए रिजर्व बैंक ने नई व्यवस्था शुरू करने के दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। इस व्यवस्था को टोकनाइजेशन (टोकन व्यवस्था) के नाम से जाना जाएगा। इसके लागू होने पर पेमेंट कंपनियां थर्ड पार्टी के साथ मिलकर अपने ग्राहकों की सुरक्षा के लिए टोकन जारी कर सकेंगी। लगातार बढ़ रहे कार्ड फ्रॉड की घटनाओं को देखते हुए आरबीआई ने यह गाइडलाइन तय की है। Post Link: https://technicalmitra.com/rbi-card-tokenisation-kya-hai/ 1) क्या है यह व्यवस्था टोकन सिस्टम के तहत ग्राहक के कार्ड की वास्तविक डिटेल्स को एक विशेष कोड (टोकन) में बदल दिया जाएगा। इस टोकन का इस्तेमाल करके ग्राहक किसी थर्ड पार्टी ऐप या पॉइंट ऑफ सेल (PoS) पर पेमेंट कर सकेंगे। यूजर को टोकनाइजेशन के लिए कार्ड प्रदाता कंपनियों से रिक्वेस्ट करनी होगी। इसके बाद यूजर के कार्ड की डिटेल्स, टोकन रिक्वेस्ट करने वाली कंपनी की डिटेल्स (जिस कंपनी को पेमेंट करने के लिए टोकन जेनरेट करना चाहते हैं) और यूजर की डिवाइस (मोबाइल/टैबलेट) के आइडेंटिफिकेशन से टोकन जेनरेट होगा। टोकन जेनरेट होने के बाद केवल उसी कंपनी के साथ इसे शेयर किया जा सकेगा, जिसके लिए इसे जेनरेट किया गया है। ग्राहकों के लिए यह सर्विस पूरी तरह मुफ्त होगी और कार्ड प्रदाता कंपनियां इसके लिए उनसे किसी भी तरह का कोई शुल्क नहीं वसूल सकेंगी। टोकन सिस्टम पहले ही कुछ जगह इस्तेमाल किया जाता रहा है। लेकिन, रिजर्व बैंक ने अब इसके दायरे को बढ़ा दिया है। अब नियर फील्ड कम्युनिकेशन (एनएफसी), मैग्नेटिक सिक्योर ट्रांसमिशन बेस्ड कॉन्टैक्टलेस ट्रांजैक्शन और क्यूआर कोड आधारित पेमेंट भी कर सकेंगे। 6) इस तरह होगा काम इस व्यवस्था के शुरू होने के बाद कार्ड धारक अपने कार्ड की डिटेल्स किसी थर्ड पार्टी ऐप (जैसे- फूड डिलेवरी ऐप, कैब सेवा प्रदाता ऐप) के साथ शेयर नहीं करनी होगी। पहले ऐसा करने से यूजर को कार्ड का डेटा इन वेबसाइट्स या ऐप पर सेव करना होता था, जिसके चोरी होने का डर लगा रहता है। टोकन सर्विस ग्राहकों के इच्छा पर निर्भर करेगी। इसे लेने के लिए उन पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं बनाया जा सकेगा और न ही बैंक/कार्ड प्रदाता कंपनियों द्वारा अनिवार्य रूप से इसे लागू किया जा सकेगा। कार्ड प्रदाता कंपनियां इन सेवाओं के लिए किसी थर्ड पार्टी ऐप डेवलपर से टोकन सर्विस के लिए कॉन्ट्रैक्ट कर सकेंगी। हालांकि, इस टोकनाइज्ड पेमेंट सिस्टम में भाग लेने वाली सभी कंपनियों को रिजर्व बैंक के साथ रजिस्टर्ड होना जरूरी है। 10) ग्राहकों के हाथ में होगा कंट्रोल ग्राहकों के पास खुद को कॉन्टैक्टलेस, क्यूआर कोड या इन-ऐप परचेज जैसी किसी भी सर्विस के लिए रजिस्टर और डी-रजिस्टर करने का अधिकार होगा। यह सुविधा अभी सिर्फ मोबाइल फोन और टैबलेट के माध्यम से ही मिलेगी। इससे मिले फीडबैक के आधार पर बाद में अन्य डिवाइसों के लिए भी इसका विस्तार किया जाएगा। टोकनाइज्ड कार्ड ट्रांजेक्शन के माध्यम से होने वाले लेनदेन के लिए ग्राहक हर ट्रांजेक्शन की लिमिट के साथ-साथ डेली ट्रांजेक्शन लिमिट भी तय कर सकते हैं।इसके बाद तय लिमिट से ज्यादा का लेनदेन नहीं हो सकेगा। कार्ड प्रदाता को यह सुनिश्चित करना होगा कि ग्राहक जल्द से जल्द आईडेंटिफाइड डिवाइस (मोबाइल/टैबलेट) खोने की कंप्लेन दर्ज करा सके ताकि अनाधिकृत लेनदेन रोका जा सके। रिजर्व बैंक ने कहा है कि टोकन ट्रांजेक्शन सिस्टम के दौरान होने वाले सभी ट्रांजेक्शन के लिए कार्ड पेमेंट कंपनी ही जिम्मेदार होंगी। रिजर्व बैंक ने कहा है कि कार्ड के लिए टोकन सेवाएं शुरू करने से पहले अधिकृत कार्ड पेमेंट नेटवर्क को निश्चित अवधि में ऑडिट प्रणाली स्थापित करनी होगी। यह ऑडिट साल में कम से कम एक बार होनी चाहिए।…
ברוכים הבאים אל Player FM!
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